Monday, January 17, 2005

Dasvaan Baccha Kyon :)








 


छब्बीस जनवरी को नेताजी ने खुश-खबरी सुनाई,
पार्टी के हर कार्य-कर्ता को डबल मिठाई खिलाई

बोले-
" आप सब दसवी बार चाचा बनने वाले हैं,
आने वाले के लिए क्या-क्या तोहफे लाने वाले हैं ?"

कार्य-कर्ता ने कहा - "खुशखबरी तो बड़ी है,
पर पहले से आपके आंगन में बच्चों कि झड़ी है

इतनी भीड़ से देश कि बिगड़ी हुई सूरत है,
दसवें सपूत की आखिर आपको क्या जरूरत है ?"

इसपर नेताजी ने अपनी उभरी हुई तोंद सहलाई,
कुछ सकुचाये, कुछ शरमाये, फिर अपनी गाथा सुनाई:-

बोले-
"मैं भी एलिजिबिल बाप बनने का उम्मीदवार था,
पहले बच्चे को डाक्टर बनाने का भूत सवार था

हर नयी रोड़ और ब्रिज पर कमीशन कहॉ से खाऊंगा,
दूसरे बच्चे को तो मैं सिविल इंजीनियर ही बनाऊंगा

पानी की तरह बहे पैट्रोल, हमारे आलय में,
ड़ीसल में केरोसीन मिलाये, कोई तेल मंत्रालय में

एक से भले दो, दो से भले चार.....
खाद्य मंत्रालय में खाए: चारा, यूरिया और अचार

खिलते-बढ़ते सेंसेक्स पर हमारी निगाह है,
पाँचवे सपूत को वाणिज्य विभाग में भेजने की चाह है

देश की रक्षा के लिए बॉर्डर पर कौन जायेगा,
छठा बच्चा डिफेंस का पैसा खाकर तहलका मचायेगा

अपने राज में प्यारा बेटा अर्जुन अवार्ड पाये,
बिन खेले ही खेल जगत में उंचा नाम कमाये

आठवी पुत्री हमारी, गप्प उड़ाने में बड़ी माहिर है,
ब्रॉड-कास्टिंग मिनिस्ट्री की कुर्सी, booked उसकी खातिर है

अकेले इंजिन पर बोगियाँ हो गयी अब भारी,
नौवा बच्चा हमारा चलाये छुख-छुख गाडी "

कार्यकर्ता बोले- "नेताजी अपके पास तो हर मर्ज़ की दवा है...
अब बताइये दसवे बच्चे के लिए आखिर क्या बचा है ?"

इसपर नेताजी मन्द-मन्द मुस्काये,
फिर अपने दूरदर्शी प्लान से पर्दा हटाये:-

बोले-
"दसवां बच्चा ना हुआ तो CM की कुर्सी पर कौन आयेगा ?
मेरे बाद छब्बीस जनवरी को यहाँ झंडा कौन फहरायेगा ?
मेरे बाद छब्बीस जनवरी को यहाँ झंडा कौन फहरायेगा ?"


(This Republic Day lets take a pledge to build a corruption free nation)
- Manya / Tanima

PS: Picture courtesy Google.

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